आज हो गया नए कश्मीर का जन्म!
आज राज्यसभा में केन्द्र सरकार ने धारा 370 को एक ही झटके में हटाकर अदभुत साहस का परिचय दिया है। विपक्षी दलों के पुरजोर हंगामे के ीच गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर में आजादी के बाद दशको से चली आ रही धारा 370 को हवा के झौंके की तरह झटके में उड़ा दिया। इतना ही नहीं जम्मू-कश्मीर राज्य का स्वतंत्र वजूद ही खत्म कर दिया। भाजपा ने जम्मू-कश्मीर राज्य को दो हिस्सों में बांट दिया है। लद्दाक को कश्मीर से हटाकर अलग केन्द्र शासित प्रदेश बना दिया है। बचे हुए जम्मू-कश्मीर राज्य को भी अलग केन्द्र शासित राज्य घोषित कर दिया। हाथोंहाथ महामहिम राष्टÑपति से भी स्वीकृति मिल गई। ऐसा एतिहासिक फैसला कभी कोई राजनीतिक दल ले पाएगा और वह भी इतने साहस और झटके के साथ ले लेगा ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था। अब कश्मीर का कोई अलग अस्तित्व रह नहीं जाएगा। वह भारत का अभिन्न अंग बनकर अब केन्द्र सरकार के साथ जुड़ा रहेगा। कश्मीर घाटी के वे नेता जो भारत की धरती पर पाँव टिकाकर पाकिस्तान के गुण गाते थे उनके सभी राग अब बेराग हो जायेंगे। उनकी बोलती तो बंद हो ही जाएगी उनका वजूद भी हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा। अब कश्मीरी पंडित जिन्हे बड़ी बेरहमी से उजाड़कर घाटी से निकाल दिया गया था अब उनके वापिस घर लौटने की संभवनायें साकार होती नजर आ रही हैं। अब घाटी किसी एक धर्म विशेष का बाहुल्य क्षेत्र नहीं बना रह जाएगा। अब देश का कोई भी नागरिक वहां संपत्ति खरीद पाएगा। कश्मीर का जो अलग संविधान था वो अब समाप्त हो जाएगा। वहाँ भारत का समान्य संविधान चलेगा। कश्मीर जो कुछ स्वार्थी और राष्टÑ विरोधी नेताओं की मुठठी में कैद हो गया था, अब वो एक नई आजादी के साथ पूरे देश का सांझा कश्मीर हो जाएगा। ये न्यू कश्मीर की नई नींव डालने का काम केन्द्र सरकार ने किया है। केन्द्र सरकार को बधाई दी जानी चाहिए।